“हो सकता है मैं आपके विचारों से सहमत ना हो पाऊं फिर भी विचार प्रकट करने के आपके अधिकारों की रक्षा करूंगा“
वाल्तेयर
राजस्थान सरकार ने अक्टूबर 2011 में मुख्यमंत्री निशुल्क दवा योजना को सुचारू रूप से संचालन के लिए 2012 में सर्वप्रथम फार्मासिस्ट की भर्ती 1208 पदों पर निकाली थी| तत्पश्चात 2013 व 2018 में फार्मासिस्ट भर्ती राजस्थान सरकार द्वारा निकाली गई थी|
- फार्मासिस्ट भर्ती 2012: यह भर्ती RUHS यूनिवर्सिटी द्वारा 8 चरणों में ऑनलाइन परीक्षा आयोजित कर पूरी की गई थी जिसमें संविदा/निविदा पर कार्यरत फार्मेसिस्ट को भी बोनस अंक का लाभ दिया गया था|
- फार्मासिस्ट भर्ती 2013: लगभग 1208 पदों पर स्वास्थ्य विभाग द्वारा मेरिट बेस पर उक्त भर्ती पूरी की गई थी तथा इस भर्ती में भी निविदा संविदा पर कार्यरत फार्मेसी स्टोर को बोनस अंक का लाभ दिया गया था|
- फार्मासिस्ट भर्ती 2018: 1738 पदों पर राजस्थान अधिनस्थ बोर्ड द्वारा उक्त भर्ती की विज्ञप्ति जारी की गई तथा परीक्षा द्वारा भर्ती को पूर्ण करवाना था लेकिन परीक्षा के लिए बार-बार तिथि आगे बढ़ाते हुए अंततः इस भर्ती को निरस्त कर दिया गया. इस भर्ती को निरस्त करने का कारण सर्विस रूल्स में नियम में संशोधन कर उक्त भर्ती को मेरिट बेस पर पूर्ण करवाने का बताया जा रहा है|
फार्मासिस्ट भर्ती 2018
फार्मासिस्ट भर्ती 2018 में न्यूनतम 40% पूर्णांक रखे जाने के कारण कई अभ्यर्थियों में संदेह उत्पन्न हो रहा था| मुख्यतः संविदा/निविदा पर कार्यरत फार्मासिस्ट में 40% न्यूनतम passing marks लाने की शर्त के कारण उनमें संदेह व्याप्त हो गया था तथा उक्त भर्ती को मेरिट बेस से करवाने की लगातार मांग उठा रहे थे| हालांकि उक्त/संविदा निविदा फार्मासिस्ट को 1 साल के एक्सपीरियंस के 10 अंक तथा अधिकतम 30 अंक बोनस भी देने का प्रावधान किया गया था| दूसरी तरफ फ्रेशर फार्मासिस्ट इस भर्ती को परीक्षा के माध्यम से आयोजित कराना चाहते थे| इस भर्ती में फ्रेशर फार्मासिस्ट को बोनस अंक का कोई प्रावधान नहीं था|
अतः इस कारण राजस्थान के फार्मासिस्ट का एक वर्ग इस भर्ती को मेरिट लिस्ट कराना चाह रहा है वही दूसरा वर्ग इसको परीक्षा के माध्यम से पूर्ण कराना चाहता है|
हमारी टीम ने मेरिट बेस व परीक्षा के द्वारा भर्ती करवाने पर एक विश्लेषण किया है जो निम्न है.अगर आप भी अपने विचार प्रकट करना चाहते हैं तो आप नीचे कमेंट बॉक्स में जाकर अपने विचार व्यक्त कर सकते हैं.
S. No. | भर्ती :मेरिट बेस | भर्ती : परीक्षा द्वारा |
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1. | न्यूनतम 40% अंक लाने की बाध्यता नहीं. | न्यूनतम 40% अंक लाने के जरूरी. |
2. | सीधी भर्ती में जनरल केटेगरी पर राजस्थान के अलावा बाहरी राज्यों के स्टूडेंट भर्ती में शामिल होकर मेरिट में अपना स्थान बनाने की संभावना रहेगी ( जैसा कि नर्सिंग भर्ती में देखा गया था, जिसका राजस्थान कि विद्यार्थियों द्वारा विरोध भी किया गया था) जिस कारण राजस्थान राज्य के विद्यार्थियों को नुकसान होने की संभावना | परीक्षा में राजस्थान के जीके हिस्ट्री कल्चर का भी परीक्षा के पाठ्यक्रम में शामिल होने के कारण बाहरी राज्य के विद्यार्थियों का चयन लगभग ना के बराबर जिससे राजस्थान राज्य के विद्यार्थियों को सीधा फायदा. |
3 | अन्य राज्य में बाहर के विद्यार्थियों को जनरल कैटेगरी पर चयन से रोकने के लिए लिखित परीक्षा ली जाती है तथा लिखित परीक्षा में संबंधित राज्य का जनरल नॉलेज हिस्ट्री कल्चर इत्यादि लिखित परीक्षा के पाठ्यक्रम में शामिल किया जाता है उदाहरण के तौर पर मध्य प्रदेश गुजरात etc. | परीक्षा होने पर अन्य राज्यों के विद्यार्थियों का चयन लगभग ना के बराबर जिसे राजस्थान के विद्यार्थियों को सीधा फायदा. |
4 | भर्ती 2012 (जो की परीक्षा के माध्यम से) व फार्मासिस्ट भर्ती 2013 (जो की मेरिट बेस पर आधारित थी), दोनों भर्ती में लगभग 50% चयन बोनस अंक वाले विद्यार्थियों का तथा 50% चयन फ्रेशर विद्यार्थियों का हुआ था. | परीक्षा में 40% न्यूनतम अंक लाने के प्रावधान के कारण बोनस वाले अभ्यर्थियों में संदेह (क्योंकि परीक्षा में नेगेटिव मार्क्स का भी प्रावधान रखा गया है) |
5 | सीधी भर्ती होने पर इस बार प्रेशर को बोनस अंक वाले विद्यार्थियों का अनुपात भी पूर्व में दोनों भर्तियों को देखते हुए लगभग 50-50 % रहने की संभावना है. | परीक्षा द्वारा भर्ती करने के कारण फ्रेशर परीक्षार्थियों को उत्साह जोश रहेगा हालांकि बोनस व प्रेशर के चयन का अनुपात लगभग 50:50 % रहने की संभावना. |
6 | मेरिट बेस भर्ती द्वारा (जोकि बोनस विद्यार्थियों की मांग है होने पर चयन का चांस भर्ती लेट होने पर घटते जा रहे हैं (क्योंकि हाल ही में पास आउट स्टूडेंट खासकर प्राइवेट कॉलेज/यूनिवर्सिटी) के Marks दिन-ब-दिन बढ़ते जा रहे हैं जिस कारण ऐसे new passout विद्यार्थियों की मेरिट में की आने की संभावना पहले की अपेक्षा लगातार बढ़ रही है. | फ्रेशर विद्यार्थियों के पास अच्छी मेहनत करने पर चयन के चांस बढ़ेंगे तथा हाल ही में पासआउट स्टूडेंट पढ़ाई के टच में ज्यादा होने से उनके चयन के चांस भी ज्यादा होंगे, हालांकि बोनस अंक का खामियाजा प्रेशर अभ्यर्थियों को भुगतना पड़ेगा. |
अगर आप भी अपना विचार व्यक्त करना चाहते हैं तो कृपया कमेंट में अपने विचार जरूर व्यक्त करें.
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